कैसा हो कविता का स्वरूप, आओ इस पर मनन करें
समाज - देश की समस्याओं का कविता में चयन करें।
मनोरंजन और प्रेरणाा का स्रोत हो
छोड़कर लकीरें, कुछ नई खोज हो
सौंदर्य- बोध हो पर अश्लीलता का दमन करें।
मनुुष्यत्व को नया आयाम दें
पशुुत्व को विराम दें
रूढ़िवादिता को दफन करें।
मात्र कलम चलाना न कवि का काम हो
कर्म वीरता से भी वह प्रधान हो
कवि जन कला की रोशनी में तपन करें
समाज देश की समस्याओं का कविता में चयन करें।
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